अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आईफा का भव्य आयोजन, माधुरी दीक्षित और गुनीत मोंगा ने सिनेमा में महिलाओं की भूमिका पर साझा किए विचार

जयपुर, 8 मार्च 2025: आईफा (IIFA) ने अपने सिल्वर जुबली सेलिब्रेशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को एक खास अंदाज में मनाया। यह आयोजन भारतीय सिनेमा में महिलाओं के बढ़ते योगदान और उनके प्रभाव को सम्मानित करने के लिए किया गया। इस भव्य इवेंट का मुख्य आकर्षण रहा ‘द जर्नी ऑफ वुमन इन सिनेमा’, जहां बॉलीवुड की दिग्गज अदाकारा माधुरी दीक्षित और ऑस्कर विजेता प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा ने अपनी प्रेरणादायक कहानियाँ साझा कीं।
सिनेमा में महिलाओं की बदलती भूमिका पर विशेष चर्चा
इस महत्वपूर्ण चर्चा को आईफा की वाइस प्रेसिडेंट नोरीन खान ने होस्ट किया। माधुरी दीक्षित, जिन्होंने 39 सालों से भारतीय सिनेमा में अपनी अमिट छाप छोड़ी है, ने अपने करियर के अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे समय के साथ महिला किरदारों को अधिक मजबूती मिली है। उन्होंने कहा कि पहले महिलाओं की भूमिकाएँ सहायक किरदारों तक सीमित थीं, लेकिन अब वे फिल्मों की कहानी का मुख्य केंद्र बन रही हैं।
गुनीत मोंगा, जिन्होंने अपनी फिल्मों के माध्यम से भारतीय सिनेमा में नए आयाम जोड़े और ऑस्कर जीतकर देश का नाम रोशन किया, ने अपने संघर्षों और सफलता की प्रेरणादायक यात्रा के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है और अब हम सिर्फ पर्दे के सामने ही नहीं, बल्कि पर्दे के पीछे भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि महिला नेतृत्व इंडस्ट्री को किस तरह से बदल रहा है और यह बदलाव भविष्य के लिए कितना महत्वपूर्ण है।
आईफा की 25वीं वर्षगांठ पर महिला सशक्तिकरण का संदेश
इस कार्यक्रम में यह भी चर्चा हुई कि किस तरह महिलाओं के किरदारों को अधिक स्वतंत्र और प्रभावशाली बनाया जा रहा है। फिल्मों में महिलाओं के योगदान को सिर्फ अदाकारी तक सीमित नहीं रखा जा सकता, बल्कि वे निर्देशन, प्रोडक्शन, स्क्रिप्ट राइटिंग और तकनीकी क्षेत्रों में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रही हैं।
आईफा की वाइस प्रेसिडेंट नोरीन खान ने इस अवसर पर कहा, “आईफा के 25 साल पूरे होने पर, हम सिनेमा और अन्य क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान को और आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ‘द जर्नी ऑफ वुमन इन सिनेमा’ सिर्फ एक चर्चा नहीं, बल्कि एक आंदोलन है। जब हम हिम्मत, रचनात्मकता और नेतृत्व की कहानियाँ साझा करते हैं, तो हम सिर्फ सफल महिलाओं का जश्न नहीं मनाते, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करते हैं।”
जयपुर में हुआ भव्य आयोजन, सिनेमा में महिलाओं की ताकत का जश्न
यह कार्यक्रम 7 मार्च 2025 को हयात रीजेंसी, जयपुर में भव्य रूप से आयोजित किया गया, जहां फिल्म इंडस्ट्री, मीडिया और महिला सशक्तिकरण से जुड़े कई गणमान्य लोग मौजूद थे। इस आयोजन में महिलाओं की उपलब्धियों को सराहा गया और उनके द्वारा किए गए अभूतपूर्व कार्यों को मान्यता दी गई।
कार्यक्रम के दौरान, माधुरी दीक्षित और गुनीत मोंगा ने युवा महिला कलाकारों और फिल्म निर्माताओं को प्रेरित करते हुए कहा कि “अगर आपके अंदर जुनून और कड़ी मेहनत करने की इच्छाशक्ति है, तो कोई भी चीज आपको आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती।”
महिला सशक्तिकरण की दिशा में आईफा का कदम
आईफा ने यह स्पष्ट किया कि वह भविष्य में भी ऐसे मंच तैयार करेगा, जहां महिलाओं को अपनी सफलता की कहानियाँ साझा करने और अपने अनुभवों से दूसरों को प्रेरित करने का अवसर मिलेगा। आईफा का यह इवेंट केवल एक समारोह नहीं था, बल्कि यह भारतीय सिनेमा में महिलाओं के बढ़ते प्रभाव और उनके नेतृत्व को उजागर करने का एक मंच था।
यह आयोजन इस बात का प्रमाण है कि भारतीय सिनेमा में महिलाएँ न केवल अदाकारी के लिए जानी जाती हैं, बल्कि निर्देशन, निर्माण और तकनीकी क्षेत्रों में भी अपनी पहचान बना रही हैं। यह बदलाव भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा में ले जा रहा है, जहां महिलाएँ हर क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रही हैं।
आईफा का यह विशेष आयोजन भारतीय सिनेमा में महिलाओं की उपलब्धियों को सलाम करने का एक अनोखा प्रयास था, जिसने यह साबित कर दिया कि महिलाएँ सिर्फ पर्दे पर ही नहीं, बल्कि पर्दे के पीछे भी बदलाव की धुरी बन चुकी हैं।